विदा 2023: ये कंपनियां बनीं यूनिकॉर्न, दमदार बिजनेस की बदौलत बनाई पहचान

Year Ender 2023: कारोबार के लिहाज से देखें तो ये साल देश के लिए उतार-चढ़ाव भरा रहा. इसमें कोरोना के बाद उबरती इकोनॉमी और मंदी से जूझती दुनिया के बीच की जद्दोजहद नजर आई. कई कंपनियों ने इस साल हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया. इस बीच कुछ कंपनियों के लिए 2023 ‘अमृत वर्ष’ की तरह भी रहा. उनकी कमाई में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखी गई है. इस दौरान कुछ कंपनियों का वैल्यूएशन इतना बढ़ गया कि वो यूनिकॉर्न स्टार्टअप की लिस्ट में शामिल हो गईं. बता दें कि यूनिकॉर्न स्टार्टअप वो कंपनियां कहलाती हैं, जिनका वैल्यूएशन 1 बिलियन डॉलर (लगभग 8,200 करोड़ रुपये) या उससे अधिक होता है.

ये कंपनियां बनी यूनिकॉर्न

इस साल अगस्त में लगभग 11 महीने के इंतजार के बाद देश को अपना पहला यूनिकॉर्न (Unicorn) मिला था. क्विक कॉमर्स स्टार्टअप जेप्टो (Zepto) ने 200 मिलियन डॉलर की फंडरेजिंग, 1.4 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन पर की. और इसी के साथ उसकी एंट्री यूनिकॉर्न क्लब में हो गई. इस स्टार्टअप की स्थापना करने वाले अदित पालिचा और कैवल्य वोहरा ने सीरीज ई राउंड की फंडिंग उठाई. पिछले साल 2022 में मई महीने में जेप्टो ने लगभग 200 मिलियन डॉलर हासिल किए थे. उस वक्त कंपनी ने 900 मिलियन डॉलर के वैल्यूएशन के साथ इस फंड को जुटाया था.

देश को दूसरा यूनिकॉर्न, फिनटेक कंपनी InCred के रूप में मिला. ये खबर साल खत्म होने से ठीक पहले आई है. InCred ने 1 बिलियन डॉलर से अधिक का वैल्यूएशन हासिल कर लिया है. एक फंडिंग राउंड के दौरान कंपनी ने 60 मिलियन डॉलर यानी 500 करोड़ रुपए जुटाए हैं. ये रकम 1.04 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन पर जुटाई गई है. InCred को 2016 में NBFC का लाइसेंस मिला था. कंपनी पर्सनल लोन, एजुकेशन लोन और SME को कर्ज देने के कारोबार में है. कंपनी ने कहा है कि हालिया जुटाई रकम का इस्तेमाल कंज्यूमर और स्टूडेंट लोन के लिए करेगी.

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