Indian Railways Fare Hike. भारतीय रेलवे ने यात्री किराए बढ़ाने का मन बना लिया है. इसका ऐलान अगले कुछ दिन में हो सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये बढ़ोतरी 1 जुलाई से लागू हो सकती है. ये कोविड के बाद पहली बढ़ोतरी होगी. चलिए समझते हैं कि किस कैटेगरी में कितना किराया बढ़ेगा और इसका आपके बजट पर किस तरह असर पड़ेगा.
लंबी दूरी के सफर पर असर
रेल मुसाफिरों के लिए अब किराया महंगा होने जा रहा है. खबर है कि नॉन एसी मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के किराए में 1 पैसा प्रति किलोमीटर का इजाफा संभव है. वहीं, एसी ट्रेनों के लिए ये बढ़त 2 पैसे प्रति किलोमीटर रह सकती है. 500 किलोमीटर की सबअर्बन और सेकेंड क्लास रेल यात्रा पर ये बढ़ोतरी लागू नहीं होगी. 500 किलोमीटर से ज्यादा के सेकेंड क्लास सफर पर आधा पैसा प्रति किलोमीटर की दर से ज्यादा किराया देना होगा. मंथली पास के दामों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
1000 किलोमीटर की यात्रा में कितनी ढीली होगी जेब?
अगर आप नॉन एसी मेल या एक्सप्रेस ट्रेन से 1,000 किलोमीटर की यात्रा करते हैं तो 1 पैसे प्रति किमी की दर से आपको 1000 पैसे या कहें 10 रुपये ज्यादा चुकाने होंगे. वहीं एसी ट्रेन के लिए यही बढ़त, 2 पैसे प्रति किमी की दर से 2000 पैसे या कहें 20 रुपये रहने वाली है.
इससे पहले भारतीय रेलवे ने ऐलान किया था कि 1 जुलाई से तत्काल टिकट बुकिंग पर आधार नियम लागू होने वाले हैं (Tatkal with Aadhaar). यानी, आप बिना आधार ऑथेंटिकेशन के तत्काल टिकट बुक नहीं करा पाएंगे. तत्काल टिकट के संबंध में मिल रही लगातार शिकायतों और एजेंटों की मिलीभगत को रोकने के लिए रेलवे ने ये कदम उठाया है.